Jaag Utho - Dharam Singh Thakur

जाग उठो 


जाग उठो जाग उठो! हिन्द के वीरो हिन्द विभाजन याद करो, 
और पाक न बनने देगें ऐसा तुम सिंह नाद करो। 
 सैंतालिस की गलती को फिर से तुम दोहराओ न, 
 लोभ-मोह-माया में बन्ध अब जीवन को बिताओ न।

 गद्दारों के षडयन्त्रों को अब तुम उठ वर्वाद करो। 
और पाक न बनने देगें, ऐसा तुम सिंहनाद करो।
 देशद्रोह की बात जो करता उस पर दया दिखाओ न।
 माँ को खण्डित करने वाले, जिन्दा एक बचाओ न। 

 दुष्टों के पंजे से जकड़ी , माँ को अब आजाद करो। 
और पाक न बनने देंगें, ऐसा तुम सिंहनाद करो। 
 अलग राष्ट्र की बात जो करता वह भारत का गद्दार है।
 दुष्ट विदेशी घोड़े पर उग्रवाद का सवार है।

 मातृभूमि हित मरना जीना इस पर न विवाद करो।
 और पाक न बनने देंगें, ऐसा तुम सिंहनाद करो।
 देख गौरव भारत माँ का जो मन ही मन में जलते हैं।
 वे पुत्र कैसे भारत माँ के? अनुचित चाह से पलते हैं।

 त्याग और बलिदान के बल से नष्ट उग्रवाद करो।
 और पाक न बनने देगें ऐसा तुम सिंह नाद करो। 
 जो देश से प्यार न करता बह भूमि पर भार है। 
 जो समाज के काम न आये, उस जीवन को धिक्कार है।

 पुण्य भूमि पर आँच न आये ऐसा तुम संवाद करो।।
 और पाक न बनने देंगें ऐसा तुम सिंह नाद करो।।

~~~~~  धरम सिंह ठाकुर ~~~~~

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Indian Victory celebration @ Kargil Hills   - Pic Source :  Express Archives

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1 Comments

  1. आपने बहुत ही शानदार पोस्ट लिखी है. इस पोस्ट के लिए Ankit Badigar की तरफ से धन्यवाद.

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